शीघ्र दर्शन टिकट 250 रूपये, श्रद्धालुओं लिये 1100 महाकाल मंदिर में दिल्ली-उमरिया के 7 लोगों के साथ फर्जीवाड़ा

उज्जैन। महाकाल मंदिर में दर्शन के नाम पर होने वाला फर्जीवाड़ा कम नहीं हो रहा है। एक बार फिर मंदिर की सुरक्षा में तैनात अधिकारी-कर्मचारियों ने फर्जी रसीद से दर्शन प्रवेश कर रहे 7 लोगों को पकड़ा तो 1100-1100 रूपये देने की बात सामने आई। मंदिर समिति की शिकायत पर पुलिस ने फर्जीवाड़ा करने वाले पुरोहित के सेवक को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली और उमरिया से 7 श्रद्धालु शुक्रवार को महाकाल दर्शन करने उज्जैन आये थे। बड़ा गणेश मंदिर के समीप फूल प्रसादी की दुकान लगाने वाले ने श्रद्धालुओं से संपर्क किया और शीघ्र दर्शन कराने की बात कहीं। श्रद्धालुओं ने भीड़ देखकर जल्द दर्शन के लिये रजामंदी दी। फूल प्रसाद बेचने वाले ने अजय बैरागी नाम युवक को बुलाया। उसने श्रद्धालुओं से शीघ्र दर्शन के नाम पर 1100-1100 रूपये देने की बात कहीं। श्रद्धालुओं ने रूपये देना भी तय कर लिया। अजय बैरागी ने उन्हे शीघ्र दर्शन की फर्जी रसीदे थमा दी और प्रवेश के लिये गेट नम्बर 4 पर लेकर पहुंचा। लेकिन यहां सुरक्षा अधिकारी जयंतसिंह राठौर और कर्मचारी तैनात थे। उन्होने श्रद्धालुओं की रसीद देखी तो फर्जी होना सामने आई। जिस पर श्रद्धालुओं से पूछताछ की गई। उन्होने अजय बैरागी से 1100-1100 में रसीद प्राप्त करना बताया। मंदिर समिति के पास मामला पहुंचा तो महाकाल थाना पुलिस को शिकायत दर्ज करने के लिये पत्र लिखा गया। महाकाल थाना पुलिस ने अजय बैरागी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 (4) में प्रकरण दर्ज कर शनिवार सुबह अजय बैरागी को गिरफ्तार कर लिया। जिसे दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। थाना प्रभारी गगन बादल ने बताया कि श्रद्धालुओं से संपर्क करने वाले फूल प्रसादी की दुकान लगाने वाले का नाम भी सामने आया है। जिसकी तलाश की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है। पूछताछ कर उसे भी आरोपी बनाया जायेगा।
पुरोहित का सेवक बताया जा रहा अजय
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि श्रद्धालुओं को शीघ्र दर्शन करने के नाम पर 1100 सौ रूपये मांगने वाला मंदिर के पुरोहित राजेश से जुड़ा हुआ है। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में लगी है। मंदिर समिति की ओर से शीघ्र दर्शन की रसीद 250 रूपये प्रति श्रद्धालु की जारी की जाती है। बावजूद दर्शन के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले श्रद्धालुओं को ठगने का काम कर रहे है।
धोखाधड़ी पूर्व में हो चुके है कई खुलासे
महाकाल मंदिर में देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ दर्शन के नाम पर धोखाधड़ी के पूर्व में कई बड़े खुलासे हो चुके है। कुछ माह पहले ही मंदिर समिति की ओर से भस्मारती के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया था। जिसमें मंदिर समिति से जुड़े कर्मचारियों के साथ मीडियाकर्मी भी शामिल होना सामने आये थे। जिन्हे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

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